और, थोड़ा और, आओ पास मत कहो अपना कठिन इतिहास मत सुनो अनुरोध, बस चुप रहो कहेंगे सब कुछ तुम्हारे श्वास
हिंदी समय में त्रिलोचन की रचनाएँ